Friday, November 15, 2024
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लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया बने जानी दुश्मन, जानें किस बात को लेकर बिगड़ी दोस्ती

पंजाब (TES): खबरों की मानें तो पंजाब में नया गैंगवॉर शुरू हो सकता है। दरअसल, जो पहले पक्के दोस्त थे वे अब एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन बन गए हैं। बता दें, बीते कुछ समय पहले तरनतारन के गोइंदवाल जेल में गैंगवॉर दौरान 2 गैगस्टर की मौत हो गई। आपको बता दें कि इन मर्डर की जिम्मेावरी खुद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है। मिली जानकारी अनुसार, इस वॉर में मारे गए गैंगस्टर जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया के साथी थे।

कभी लॉरेंस बिश्नोई का था करीबी

आपको बता दें, कि गैंगस्टर जगदीप सिंह एक समय में लॉरेंस बिश्नोई का खास था। इसके अलावा गोल्डी बराड़ भी इसी गैंग में शामिल था। मगर अब दोनों के अलग होने पर पंजाब में नया गैंगवॉर होने का खतरा सामने दिखाई दे रहा है। जेल में दो गैंगस्टरों का मर्डर होने के बाद गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर पोस्ट करके लिखा कि इन दोनों मौतों की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप लेता है। आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई इस समय जेल में है और गोल्डी बराड़ कनाडा में है।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल थे ये लोग

मिली जानकारी अनुसार, जेल में जो दो गुर्गों की मौत हुई वे शार्प शूटर गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल थे।

जेल में ऐसे हुआ गैंगवॉर

बीते दिन रविवार को दोपहर 3 बजे के करीब आरोपी आपस में लड़ने लगे। इस दौरान 2 की मौत हो गई और इनमें 1 गंभीर रूप से घायल हो गया। SSP एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान का कहना है कि मारे गए आरोपियों का नाम मनदीप सिंह उर्फ तूफान और मनमोहन सिंह उर्फ मोहना है। इस झड़प में केशव नामक आरोपी घायल हो गया। मिली जानकारी अनुसार, आरोपियों बीच किसी बात को लेकर बहस झिड़ गई और वे एक-दूसरे पर बर्तन व लोहे की छड़ियां फेंकने लगे।

कौन थे आरोपी मनदीप-मनमोहन?

इस बात की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि मनदीप सिंह उर्फ तूफान को बीते साल मनप्रीत सिंह उर्फ मणि रैया के साथ अमृतसर जिले से हिरासत में लिया था। ये दोनों ही जग्गू भगवानपुरिया गैंग के शार्प शूटर थे। पुलिस का कहना है कि पहले इन्हीं दोनों को गायक मूसेवाला की हत्या करने को कहा गया था। मगर सिक्योरिटी होने की वजह वे इस काम को पूरा ना कर पाए।

वहीं मनमोहन सिंह उर्फ मोहना को बीते साल जनवरी और फरवी में सिद्धू मूसेवाला की रेकी करने के जुर्म में पकड़ा था। इसके अलावा केशव पर आरोप लगा है कि उसी ने गायक की हत्या के बाद शूटरों को गाड़ी दिलाई थी।

क्या शुरु होगा नया गैंगवॉर?

हाई सिक्योरिटी के बावजूद भी 2 आरोपियों की मौत होने के बाद पंजाब में नए गैंगवॉर शुरू होन का खतरा मंडरा रहा है। इस बात की जिम्मेदारी खुद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ले रहा है। उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा कि, जेल में जो भी हुआ, उसकी जिम्मेदारी लॉरेस ग्रुप की है। आगे उसने लिखा कि हमारे भाई अंकित सिरसा, कशिश, मामा केटा ने इनको मारा है। जग्गू के अनुसार भाई मनप्रीत को दो दिन पहले बैरक में मारा गया। जग्गू ने हमारे साथ दोगलापन करते हुए हमारी मुखबिरी कर पुलिस को जानकारी दिलाई थी।

आगे उसने कहा कि हमारे साथी जगरूप रूपा व मनु की मुखबिरी देकर उनका एनकाउंटर करवाया गया है। उसकी वजह से हमारा बहुत नुकसान हुआ है। जग्गू के गुर्गे जहां भी नशा बेचते हैं, वे हमसे बच कर रहें। वे अब हमारे निशाने पर हैं। हम ना नशा बेचने का काम करते हैं और न करने देंगे।

गोल्डी-लॉरेंस और जग्गू… दोस्त से बने दुश्मन

जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया गैंग पंजाब का एक बड़ा गैंग है। ये जहां कबड्डी लवर्स के लिए यूथ आइकन रहा और ये पंजाब का सुपारी किंग के नाम से भी मशहूर है। ये गैंग पंजाब के माझा इलाके में सबसे ज्यादा एक्टिव रहता है। इसे लॉरेश का करीबी दोस्त माना जाता था।

दूसरी ओर लॉरेस पंजाब का एक बड़ा अपराधी है, जो पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र नेता भी रह चुका है। अपने गलत कामों के कारण वे अक्सर जेल में आता-जाता रहता है। लॉरेस के खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूटपाट, आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं केस दर्ज हैं। इसपर पंजाब के इलाका राजस्थान और हरियाणा में भी केस दर्ज है। गोल्डी बराड़ भी इसी गैंग का है, जिसने 28 साल की उम्र में ही कई गलत काम किए है।

अब गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई भले ही साथ हो मगर जग्गू इनसे अलग हो गया है। ऐसे में लॉरेंस गैंग ने ड्रग्स की तस्करी से जुड़ी बात पर जग्गू को चेतावनी दी है। इसके साथ ही उसने जेल में बंद जग्गू के 2 गुर्गों की हत्या भी करवा दी।

क्या इन गैंगस्टरों में बनने जा रहा ट्राएंगल?

बता दें, पंजाब में गैंगस्टर्स आपस में लड़ते जा रहे हैं। एक गैंग का आदमी दूसरे गैंग के आदमी की हत्या कर अपना बदला ले रहा है। जहां लॉरेंस गैंग की लड़ाई अब तक बंबीहा ग्रुप की थी। मगर अब इनकी लड़ाई जग्गू गैंग के साथ भी शुरू हो गई है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि इसतरह पंजाब में गैंगस्टरों का ट्राएंगल बन सकता है।

लॉरेंस और बंबीहा गैंग में ये बदले का सिलसिला लवी दयौड़ा की हत्या से चालू हुआ। बता दें, लवी दयौड़ा बंबीहा गैंग में शामिल था। इसकी हत्या लॉरेंस गैंग के शूटर संपत नेहरा ने की थी। इसके बाद लॉरेंस गैंग के शार्प शूटर अंकित भादू एनकाउंटर में मारा गया था। मगर लॉरेस को शक था कि उसकी हत्या में बंबीहा गैंग के मनप्रीत मन्ना का हाथ था। ऐसे में 12 दिसंबर 2019 को मालोट में मन्ना को गोलियों से मार दिया गया। ऐसे में मन्ना की हत्या का बदला लेने के लिए बबीहा गैंग के लक्की पटियाला ने 10 अक्टूबर 2020 को गुरलाल बराड़ को मार दिया। गुरलाल बराड़ गैंगस्टर गोल्डी का भाई था।

उसकी हत्या के बाद गोल्डी ने शक के कारण 22 अक्टूबर 2020 को बंबीहा ग्रुप के रणजीत सिंह राणा की हत्या करवा दी। फिर लॉरेंस गैंग ने कांग्रेस प्रधान गुरलाल पहलवान की हत्या करके बदला लिया। इसके बाद लक्की पटियाला ने 2021 में लॉरेस के करीबी विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या करवा दी। इसके बाद मार्च 2022 में इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की हत्या करवाई। इस हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस गैंग ने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी।

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