

नई दिल्ली (EXClUSIVE): भारत ने आज 26 जनवरी 2024 को अपने 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
दरअसल, देश की राजधानी ने कर्तव्य पथ पर एक भव्य परेड की मेजबानी की, जिसमें नारी शक्ति व महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। बता दें कि इस समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित हुए।
बता दें कि इस समारोह में पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी ने परेड में भाग लिया। पंद्रह महिला पायलट भारतीय वायु सेना के फ्लाई-पास्ट का हिस्सा थीं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल थीं।
इसके अलावा पिछले साल पहली बार आर्टिलरी रेजिमेंट में नियुक्त हुई 10 महिला अधिकारियों में से एक लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा ने कार्तव्य पथ पर परेड में ‘स्वाति’ हथियार का पता लगाने वाले रडार और पिनाका रॉकेट सिस्टम का नेतृत्व किया।
परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकारों ने पारंपरिक सैन्य बैंड के बजाय पहली बार शंख, नादस्वरम और नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाकर की। भारत के सशस्त्र बलों ने मिसाइलों, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-द्वितीय पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों सहित स्वदेशी सैन्य हार्डवेयर का प्रदर्शन किया।
समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। राष्ट्रपति मैक्रोन के साथ राष्ट्रपति मुर्मू ने परेड की सलामी ली, जो सुबह 10:30 बजे शुरू हुई।
गौरतलब है कि गुरुवार शाम 6 बजे से कर्तव्य पथ पर विजय चौक से इंडिया गेट तक किसी भी यातायात की अनुमति नहीं दी गई है। परेड खत्म होने तक पाबंदियां जारी रहेंगी।