

समराला (TES): भारतीय किसान यूनियन (कादियां) आज धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके पीछे का कारण राज्य में घूम रहे लाखों लाचार पशुओं की समस्या है। बता दें, यूनियन ने पहले भी राज्य स्तरीय मीटिंग में पंजाब सरकार को इससे जुड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते कहा था कि अगर राज्य के आवारा पशुओं की समस्या का कोई हल नहीं निकलता तो वे 27 जनवरी को इन सभी जानवरों को पकड़कर मजबूरन डिप्टी कमिश्नरों और एस.डी.एम. दफ्तरों में छोड़ आएंगे।
वहीं समस्या का कोई हल ना होते देखते हुए किसान यूनियन आज सुबह से ही SDM ऑफिस के बाहर इन पशुओं को ट्रालियों में भरकर ले आए। किसानों ने दफ्तर के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया। ऐसी स्थिति को देखते हुए प्रशासन भी अब अलर्ट हो गई है। उन्होंने इन पशुओं को एस.डी.एम. के रिहायश और दफ्तर के अंदर आने से पहले ही उनके मेन गेट बंद कर दिए।
मगर बाहर कड़े किसानों के बड़े इकट्ठ ने पशुओं को अंदर ले जाने की बेहद कोशिश की। वहीं बी.के.यू. कादियां के जिला प्रधान हरदीप सिंह गियासपुरा का कहना है कि जत्थेबंदी की 8 जनवरी 2023 को हुई राज्य स्तरीय बैठक में किसानों ने इस बड़े मुद्दे को उठाया था। इसके साथ ही उन्होंने इसपर कोई एक्शन ना लेने पर इन सभी आवारा पशुओं को SDM के ऑफिस में छोड़ आने की चेतावनी भी दी थी।
मगर फिर सरकार व प्रशासन की तरफ से इस परेशानी के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ऐसे में आज मजबूरन किसानों को राज्य के सभी आवारा पशुओं के साथ एस.डी.एम. दफ्तर के बाहर इकत्रित होना पड़ा है। आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा गेट ना खोले जाने पर भी वे हार नहीं मानेंगे। वे मजबूरन इन पशुओं को दीवारों के सहारे से अंदर करने का प्रयास करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, थोड़ी देर बाद स्थानीय प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने किसानों को शांत करके उनकी समस्या सरकार तक पहुंचाने व इसका समाधान करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों ने किसानों द्वारा लाए सभी आवारा पशुओं को एस.डीयएम. दफ्तर के बाहर से हटाकर उन्हें स्थानीय गौशाला में भेज दिया है। ऐसे में उन्होंने मौका संभालते हुए हालत को स्थिर किया।