

पंजाब (EXClUSIVE): केंद्र द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसल खरीदने का प्रस्ताव लाए जाने के बाद किसान नेताओं ने सोमवार शाम को प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि चर्चा के बाद मंचों ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया। दोनों मंचों की चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है कि अगर आप विश्लेषण करेंगे तो सरकार के प्रस्ताव में कुछ भी नहीं है। हमारी सरकार 1.75 करोड़ रुपये का पाम ऑयल बाहर से आयात करती है, जिससे आम जनता को बीमारी भी होती है। अगर यह पैसा दिया जाए।”
उन्होंने कहा, “देश के किसान तिलहन की फसलें उगाएं और एमएसपी की घोषणा हो जाए तो उस पैसे का उपयोग यहां किया जा सकता है। यह किसानों के हक में नहीं है। हम इसे खारिज करते हैं। अगर सरकार एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दे रही है, तो इसका मतलब है कि देश के किसानों को लूटा जाता रहेगा। यह स्वीकार्य नहीं है।”
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान 21 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ मार्च के साथ आगे बढ़ना जारी रखेंगे और प्रस्तावित प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी।