चंडीगढ़ (EXClUSIVE): एक महीने तक दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डालने के बाद, प्रदर्शनकारी किसानों ने अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में मार्च किया, जिसमें सभी फसलों के मूल्य निर्धारण की कानूनी गारंटी शामिल थी।
आज दिल्ली में ‘किसान महापंचायत’ होने वाली है, जिसे लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दिल्ली पुलिस ने किसानों को आज दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘किसान मजदूर महापंचायत’ आयोजित करने की अनुमति दे दी है।
हालांकि पुलिस ने किसानों पर कुछ शर्तें लगाई हैं – कोई ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं, कोई मार्च नहीं, और 5,000 से अधिक प्रदर्शनकारी एकत्र नहीं होंगे। सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होने वाली सभा का उद्देश्य “सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई को तेज करना”, एमएसपी जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना है।
बता दें कि आज के विरोध का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा किया जाएगा, जो किसान संगठनों का छत्र निकाय है, जिसने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 के किसानों के विरोध का भी नेतृत्व किया था।
गौरतलब है कि पंजाब से किसान 13 फरवरी को दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे और रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की मांग की। फिर उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया गया और पुलिस ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर रोक दिया। हालांकि किसान अपनी मांगों को लेकर अभी तक बॉर्डर पर डटे हुए हैं।