

नई दिल्ली (Exclusive): देश से सबसे बड़ी एडटेक फर्म बायजू (Byju’s) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत BYJU’S ने लगभग 4,000 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है
कर्मचारियों के सिर पर लटकी तलवार
सूत्रों के मुताबिक, गंभीर फंडिंग संकट के बीच पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत अगले कुछ हफ्तों में छंटनी की जाएगी। अर्जुन मोहन के नेतृत्व में कास्ट कटिंग की कवायद की जा रही है। कास्ट कटिंग की कवायद अर्जुन मोहन के नेतृत्व में की जा रही है, जिन्हें पिछले हफ्ते BYJU’S इंडिया बिजनेस का सीईओ नियुक्त किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, BYJU’S के सीईओ और सह-संस्थापक बायजू रवींद्रन ने पुनर्गठन निर्णय के लिए मोहन को खुली छूट दी है। कंपनी के निवेशक भी इस निर्णय से अवगत हैं। हालांकि अभी इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों की संख्या का खुलासा नहीं किया गया है।
11% कर्मचारियों को निकालने का प्लान
ऐसा कहा जा रहा है कि संकटग्रस्त एडटेक दिग्गज BYJU’S ने गंभीर नकदी संकट के बीच कास्ट कटिंग के तहत अगले कुछ हफ्तों में लगभग 4,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है।
बताया जा रहा है कि BYJU’S ट्यूशन सेंटर के 2 शीर्ष अधिकारियों ने इस पुनर्गठन अभ्यास के हिस्से के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया है। छंटनी BYJU’S की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड तक सीमित रहेगी और इसमें इसकी सहायक कंपनियां शामिल नहीं हैं।
छंटनी की कवायद कुछ हफ्तों में शुरू हो जाएगी लेकिन कर्मचारियों को ऐसी छंटनी के संकेत दे दिए गए हैं। आगे बढ़ने का यही एकमात्र तरीका है। इसका असर वरिष्ठ कर्मचारियों और टीम मैनेजरों पर भी पड़ेगा।