

उत्तरकाशी (Exclusive): सिल्कयारा सुरंग में बचाव अभियान 17वें दिन में प्रवेश कर गया है। फंसे हुए श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए मैनुअल ड्रिलिंग का काम चल रहा है। सुरंग में फंसे हुए 42 मजदूरों को निकालने के लिए माइक्रो टर्नल बनाई गई है।
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ ने बताया कि अब तक 3 मीटर मैनुअल ड्रिलिंग की जा चुकी है और कुल मिलाकर लगभग 50 मीटर ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है। फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए सुरंग के अंदर एक पाइप बिछाने के लिए सुरंग के मुहाने से लगभग 57 मीटर तक ड्रिलिंग का काम किया जाना है।
बता दें कि रैट-होल खनिक मैन्युअल ड्रिलिंग का काम कर रहे हैं जो सोमवार रात से चल रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि सुरंग के अंदर ऑगर का जो हिस्सा टकराया था, उसे बाहर निकाला गया। 1.9 मीटर जो काटा गया था, उसमें पहले 220 मिमी को धकेला गया था, जिसे बाहर निकाला गया। चिंता थी कि कहीं धक्का न लग जाए, लेकिन अब हमें किसी वैकल्पिक तरीके पर नहीं जाना होगा। फिर 500 मिमी धक्का दिया गया। चूहे खनिकों ने उस हिस्से को धक्का दिया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिक स्थिर और सुरक्षित हैं। भोजन और दवाएं आवश्यकता के अनुसार अंदर जा रही हैं। मनोवैज्ञानिक पहलुओं को भी महत्व दिया गया है। बैकअप संचार स्थापित किया गया है।