

नई दिल्ली (EXClUSIVE): भारत के चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार पर सख्त रवैया अपनाते हुए नया निर्देश जारी किया है। दरअसल, आयोग ने गुरुवार, 21 मार्च को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) को व्हाट्सएप पर विकसित भारत मैसेजिंग की डिलीवरी तुरंत रोकने का निर्देश दिया।
चुनाव आयोग ने इस मामले पर तुरंत अनुपालन रिपोर्ट भी मांगी और कहा, “आयोग को कई शिकायतें मिली हैं कि नागरिकों के फोन पर अभी भी ऐसे संदेश भेजे जा रहे हैं।” इसमें कहा गया है, “चूंकि एमसीसी अब लागू है, इसलिए आपको यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है कि एमसीसी अवधि के दौरान व्हाट्सएप संदेशों की आगे कोई डिलीवरी न हो। इस संबंध में एक शिकायत रिपोर्ट तुरंत भेजी जा सकती है।”
MeitY ने पहले आयोग को सूचित किया था कि अगर पत्र एमसीसी लागू होने से पहले भेजे गए थे, उनमें से कुछ को प्राप्तकर्ताओं तक पहुंचाया जा सकता था। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने इस संदेश पर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग से आदर्श आचार संहिता के इस “घोर उल्लंघन” के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
पीएम मोदी के पत्र के साथ ‘विकसित भारत संपर्क’ का व्हाट्सएप संदेश लाखों भारतीयों को मिला है। बता दें कि व्हाट्सएप संदेश पाकिस्तान, यूएई और यहां तक कि ब्रिटेन से कई गैर-भारतीयों को भी मिला। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के संदेश के साथ संलग्न पीडीएफ फाइल को ‘राजनीतिक प्रचार’ कहा।
इस बीच, आयोग ने आज पहले गैर-कैडर अधिकारियों के लिए स्थानांतरण आदेश भी जारी किए, जो चार राज्यों गुजरात, पंजाब, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में नेतृत्व पदों पर तैनात हैं।