

जालंधर (TES): ज्योतिषशास्त्र अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनिेदेव की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। ऐसे में पिता और पुत्र का मिलन बेहद शुभ माना जाता है। वहीं सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है। मान्यता है कि उनकी पूजा करने से जीवन में यश, बल, गौरव और मान-सम्मान प्राप्त होता है।
वहीं कुंडली में सूर्य कमजोर होने से जीवन के हर पड़ाव में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ खास उपाय बताते हैं, इसकी मदद से आप अपनी कुंडली में सूर्य को मजबूत कर सकते हैं।
चलिए जानते हैं कुंडली में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के कुछ खास व आसान उपाय…
ऐसे दें अर्घ्य
तांब के लोटे में जलभर उसमें थोड़ा सा लाल चंदन और गुलाब के फूल मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूजा करें।
सोने से पहले करें ये काम
सोने से पहले सिरहाने के पास एक तांबे के लोटे में पानी भरकर रख दें। अगली सुबह उस पानी का सेवन करें।
हाथ में धारण करें कड़ा
आप कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए अपने दाएं हाथ में कड़ा धारण कर सकते हैं।
सूर्य देव की करें पूजा
प्रतिदिन सूर्य देव की पूजा करने से भी कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।
इस मंत्र का करें जाप
आप सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए रोजाना सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए ऊं हृां हृीं सः सूर्याय नमः।। ऊं घृणिः सूर्य आदिव्योम।। शत्रु नाशाय ऊँ हृीं हृीं सूर्याय नमाः। मंत्र का जाप कर सकते हैं।
इस विधि से करें सूर्य देव की पूजा
मकर संक्रांति के शुभ दिन पर सूर्य देव अपने पुत्र शनिदेव की राशि में प्रवेश करते हैं। ऐसे में इन दिन इन दोनों की पूजा करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इससे जीवन की समस्त समस्याएं दूर होकर सुख-समृद्धि व खुशहाली का वास होता है। चलिए जानते हैं सूर्य देव की पूजा विधि…
मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साथ कपड़े धारण करें।
इसके बाद तांबे के लोटे में जलभर उसमें थोड़ा सा सिंदूर, चावल, लाल फूल डालकर सूर्य देव को चढ़ाएं।
भगवान सूर्य देव को गुड़, तिल, चावल और उड़द दाल से तैयार खिचड़ी आदि का भोग लगाएं।
इसके बाद आरती करके उनके अपने व परिवार के सुख व मंगलमय जीवन की कामना करें।