

नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और दशहरे के दिन उनका विसर्जन किया जाता है। इसके साथ ही इस दिन दशहरा का त्योहार भी मनाया जाता है, जो अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था इसलिए इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन सुख-समृद्धि के साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
इसके अलावा दशहरे के दिन कई तरह के उपाय भी किए जाते हैं। आप चाहें तो वास्तु शास्त्र से जुड़े इन उपायों को अपनाकर घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर कर सकते हैं…
पोछे के पानी में सेंधा नमक मिलाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए पोंछा लगाते समय पानी में सेंधा नमक डालें।
जुबली को तिजोरी में रखो
दशहरे के दिन ही नवरात्रि का समापन भी होता है। विसर्जन के बाद छोटी जयंती को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। बता दें कि नवरात्रि के दौरान जब जौ में अंकुर निकलते हैं तो उसे जयंती कहा जाता है।
रावण दहन की लकड़ी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रावण दहन के बाद उसकी कुछ लकड़ी घर ले आएं। माना जाता है कि ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें
दशहरे के दिन श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
चार मुख वाला दीपक
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दशहरे के दिन शाम के समय दक्षिण दिशा में चौमुखी दीपक जलाएं। ऐसा करने से घर की सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी और सुख-संपदा की प्राप्ति होगी।