

पंजाब (EXClUSIVE): प्रदर्शनकारी किसान अपनी फसलों के लिए न्यूनतम मूल्य की गारंटी सहित अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए एक बार फिर राजधानी दिल्ली में अपना मार्च फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं। पुलिस ने हरियाणा और पंजाब की सीमा में सुरक्षा बढ़ा दी है।
किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा ने 3 मार्च को देश भर के किसानों से आज राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के लिए कहा है। जहां पंजाब और हरियाणा के किसान शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर आंदोलन जारी रखेंगे, वहीं अन्य राज्यों के किसानों और मजदूर दिल्ली पहुंचेंगे।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों की मांग को गंभीरता से नहीं ले रही है। केंद्र सरकार से उनकी विभिन्न मांगों में फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफी और बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं शामिल है।
उन्होंने कहा, “केंद्र को यह स्पष्ट करना चाहिए कि एमएसपी पर उनका क्या रुख है। क्या उन्होंने मंत्रिपरिषद की अपनी पिछली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की थी? यदि नहीं, तो इसका मतलब है कि केंद्र हमें एमएसपी की गारंटी देने का इरादा नहीं रखता है।” पंधेर ने दावा किया कि विरोध के मद्देनजर हरियाणा के साथ अपनी सीमा बंद होने के कारण पंजाब में ‘आर्थिक नुकसान’ के लिए केंद्र जिम्मेदार है।