Thursday, October 16, 2025
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देशभर में कोरोना का खतरा! मास्क अनिवार्य नहीं होगा… सरकार नागरिकों को देगी सलाह

जालंधर (TES): विश्वभर में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 के फैलने का खतरा बढ़ रहा है। इससे बचने के लिए भारत सरकार भी सतर्क हो गई है। इसलिए अलग-अलग राज्य की सरकारे बैठक बुला रही है। साथ ही इससे बचने के लिए नई एडवाइजरी पेश करने वाली है। बता दें, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया शुक्रवार यानी आज राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं।

सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार लोगों को मास्क पहनने की सलाह दे सकती है। मगर इसे लगाना अनिवार्य नहीं करेगी। दूसरी ओर बेंगलुरु स्थित टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (टीआईजीएस) के निदेशक राकेश मिश्रा ने लोगों को मास्क पहनने और भीड़ से दूर रहने की सलाह दी है।

उन्होंने कहा कि BF.7 ओमिक्रोन का ही एक नया वैरिएंट है। इसमें कुछ छोटे-छोटे बदलाव छोड़कर इसकी मुख्य संरचना ओमिक्रोन के जैसे ही होगी। ऐसे में इनमें कोई खास अंतर नहीं है। हम में कई लोग ओमिक्रोन लहर से गुजरें होंगे। ऐसे में हमें इसके लिए ज्यादा चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। असल में, यह वहीं वायरस ही है।

पिछले 24 घंटों में देशभर में आए केस

बता दें, बीते 24 घंटों में देशभर में कोरोना के 164 केस सामने आए हैं। साथ ही 9 लोग अपनी जान गवां बैठे हैं। 2 मौतें महाराष्ट्र, 1 दिल्ली और बाकी की 6 मौतें केरल में हुई हैं। देशभर में कोरोना के कुल मामले 4,46,77,903 हो गए हैं। इनमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,31,925 है। वहीं, 4,41,30,223 लोग ठीक होकर अपने घर पहुंच गए है।

IMA ने कहा- लॉकडाउन की अभी जरूरत नहीं

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के डॉक्टर अनिल गोयल का कहना है कि अभी भारत में लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। उनके अनुसार, चीन की तुलना में भारत के लोगों की इम्यूनिटी मजबूत है। भारत की 95% आबादी में कोरोना के खिलाफ लड़ने की इम्यूनिटी बनी है। इसलिए इस स्थिति में भी देश में लॉकडाउन नहीं लगाना पड़ेगा।

इंटरनेशनल ट्रेवलर्स के लिए जरूरी गाइडलाइंस

यात्री पूरी तरह से वैक्सीनेडेट हो। फ्लाइट्स में और एंट्री प्वाइंट्ल पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। इनमें मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग शामिल है।

किसी भी यात्री में कोरोना के लक्षण मिलने पर उसे बिना देरी किए स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेट किया जाएगा। बता दें, फ्लाइट से उतरने के बाद भी पैसेंजर ‌उसे आइसोलेट किया जाएगा और उचित ट्रीटमेंट भी दिया जाएगा।

फ्लाइट से उतरते दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। एंट्री फ्वाइंट पर सभी यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा।

स्क्रीनिंग दौरान किसी पैसेंजर में लक्षण मिलने पर उसे तुरंत आइसोलेट करके इलाज के लिए भेजा दिया जाएगा। साथ ही इंटरनेशल फ्लाइट्स के करीब 2 प्रतिशत यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी।

इन पैसेंजर्स का सिलेक्शन एयरलाइंस द्वारा होगा, जो विभिन्न देशों के होंगे। सैंपल देने के बाद ही वे एयरपोर्ट से बाहर जा पाएंगे। किसी का सैंपल पॉजिटिव आने पर उसे जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजा दिया जाएगा। इन यात्रियों का प्रोटोकॉल के मुताबिक ही इलाज होगा और उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा।

यात्रा से वापस लौटने पर सभी यात्री अपनी सेहत का खास ध्यान रखेंगे। अगर किसी में लक्षण बाद में दिखाई दे तो वह पास के हेल्थ सेंटर्स पर इसकी जानकारी जरूर देंगे।

बता दें, 12 साल तक के बच्चों की रेंडम सैंपलिंग नहीं होगी। हां, यात्रा के समय या उसके बाद किसी बच्चे में लक्षण मिलने पर उनका स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के मुताबिक से इलाज किया जाएगा।

भारत में घट रहे केस

केंद्र सरकार की रिपोर्ट अनुसार, भारत में लगातार कोविड केसों में कमी आ रही है, जो राहतभरी खबर है। अभी तक 153 केस हर दिन आ रहे हैं। दूसरी ओर वीकली पॉजिटिव रेट 0.14% तक कम हो गई है। विश्वभर में 5.87 लाख केस रोजाना आ रहे हैं। बता दें, जापान, साउथ कोरिया, यूएसए, फ्रांस जैसे देशों में कोरोना के कारण मौतों की संख्या बढ़ रही है।

 

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