पंजाब (Exclusive): सरकारी कर्मचारियों ने राज्य सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए कल हड़ताल का ऐलान कर दिया था। यूनियन कर्मचारियों ने पंजाब भर में 11 सितंबर से लेकर 13 सितंबर तक पेन डाउन स्ट्राइक करने का ऐलान किया था। वहीं, इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों को चेतावनी दी है।
सीएम मान ने ट्वीट कर कहा कि जानकारी के मुताबिक, रिश्वतखोरी के मामले में फंसे अपने एक साथी के पक्ष में पटवारी, कुनुंगो और आने वाले दिनों में डीसी ऑफिस के कर्मचारी अपनी निजी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाएंगे।
ਜਾਣਕਾਰੀ ਮੁਤਾਬਕ ਪਟਵਾਰੀ..ਕਾਨੂੰਨਗੋ..ਕਿਸੇ ਰਿਸ਼ਵਤ ਮਾਮਲੇ ਚ ਫਸੇ ਅਪਣੇ ਇੱਕ ਸਾਥੀ ਦੇ ਹੱਕ ਚ..ਅਤੇ ਡੀਸੀ ਦਫ਼ਤਰ ਕਰਮਚਾਰੀ ਆਪਣੀਆਂ ਨਿੱਜੀ ਮੰਗਾਂ ਨੂੰ ਲੈ ਕੇ ਆਉਂਦੇ ਦਿਨਾਂ ਚ ਕਲਮ ਛੋੜ੍ਹ ਹੜਤਾਲ ਕਰਨਗੇ..ਮੈਂ ਦੱਸਣਾ ਚਾਹੁੰਦਾ ਹਾਂ ਕਿ ਕਲਮ ਛੋੜ੍ਹ ਹੜਤਾਲ ਕਰੋ ਪਰ ਬਾਅਦ ਵਿੱਚ ਕਲਮ ਥੋਡੇ ਹੱਥਾਂ ਚ ਦੇਣੀ ਹੈ ਜਾਂ ਨਹੀਂ ਇਹ ਫੈਸਲਾ ਸਰਕਾਰ…
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) August 30, 2023
उन्होंने आगे लिखा, “मैं कहना चाहता हूं कि उन्हें हड़ताल करनी चाहिए लेकिन बाद में सरकार तय करेगी कि कलम कुछ हाथों में देनी है या नहीं.. हमारे पास कई शिक्षित बेरोजगार हैं जो आपकी कलम लेने के लिए तैयार हैं.. पंजाब के लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी..”
व्यक्तिगत मांगों या रिश्वतखोरी के मामलों में शामिल लोगों के लिए कलाम छोड़ हड़ताल न करें। उन्होंने कहा कि हड़ताल रोकें, सरकार यह बाद में तय करेगी कि कलम देना है या नहीं। हमारे पास कई शिक्षित बेरोजगार हैं जो आपकी कलम उठाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इसके चलते हम पंजाब के लोगों को परेशानी नहीं होने देंगे।
गौरतलब है कि मिनिस्ट्रियल स्टाफ यूनियन सरकार के खिलाफ पंजाब भर में 11 सितंबर से लेकर 13 सितंबर तक पेन डाउन स्ट्राइक करेगी। यूनियन नेताओं का कहना है कि सरकार उनके वादें पूरे नहीं कर रही, जिसके चलते सभी कर्मचारी कलम छोड़ हड़ताल पर बैठेंगे। बता दें कि अगर 3 दिन सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे तो इससे आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।