

नई दिल्ली (EXClUSIVE): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर केंद्र को घेरने के लिए अपने इंडिया ब्लॉक सहयोगियों में शामिल हो गए।
केजरीवाल ने सरकार के फैसले को बेहद खतरनाक बताया और कहा कि जो सरकारी पैसा परिवार और देश के विकास पर खर्च होना चाहिए वह अब पाकिस्तानियों को भारत में बसाने पर खर्च होगा। उन्होंने कहा, “देश पर 10 साल तक शासन करने के बाद और चुनाव से ठीक पहले, उन्हें नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में बात करनी पड़ रही है। अगर आपने इन 10 वर्षों में कुछ काम किया होता, तो शायद आप सीएए के बजाय अपने काम पर वोट मांगते।”
उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को हमारे देश में लाया जाएगा और उन्हें रोजगार देकर यहीं बसाया जाएगा। देश के युवाओं को भाजपा सरकार रोजगार नहीं दे रही है। भारत के बहुत से लोग देते हैं उनके पास घर नहीं हैं लेकिन बीजेपी पाकिस्तान से लोगों को लाकर यहां घर देना चाहती है।”
केजरीवाल ने कहा, “इन तीन देशों में लगभग तीन करोड़ अल्पसंख्यक हैं। जैसे ही हमारे दरवाजे खुलेंगे, इन देशों से भारी भीड़ यहां आएगी। अगर 1.5 करोड़ लोग यहां आ भी गए, तो उन्हें रोजगार कौन देगा? उन्हें कहां बसाया जाएगा? बीजेपी क्यों है?” यह कर रहा हूं?”
आगे उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में 11 लाख से अधिक बड़े उद्योगपति और व्यापारी भारत छोड़ चुके हैं। ये लोग भारत में उद्योग चलाते थे, व्यापार करते थे और लाखों लोगों को नौकरी और रोजगार देते थे। ये लोग बीजेपी की गलत नीति के कारण भारत छोड़कर चले गए।”