अमृतसर (Exclusive): Bjp Punjab: पंजाब में अगले वर्ष फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं इन चुनावों से पहले राजनीतिक दलों में खींचतान का सिलसिला थम नहीं रहा है। पंजाब कांग्रेस में पैदा हुआ विवाद अभी टला नहीं था कि अब भारतीय जनता पार्टी में भी खींचतान तेज हो गई है।
हाल ही में पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने किसानों के मसले पर बयान देकर पंजाब भाजपा पर सवाल खड़े कर दिए थे। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी पंजाब ने अनिल जोशी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। अब इस नोटिस के जारी होने के बाद अनिल जोशी के तेवर तीखे हो गए हैं।
जोशी ने किसानों के चल रहे धरने के लिए सीधे-सीधे पंजाब भाजपा को जो दोषी करार दे दिया है। मीडिया में बात करते हुए अनिल जोशी ने कहा कि अगर पंजाब में लगे धरनों को समय से पंजाब भाजपा के लोग संभाल लेते तो यह मामला इतना बड़ा नहीं होता।
किसानों पर दिया केंद्र को गल्त फीडबैक
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब भाजपा के नेता उस समय केंद्र को गलत फीडबैक देते रहे जिसके कारण यह मामला बिगड़ गया। जोशी ने यह भी कहा कि पंजाब भाजपा नेताओँ की लापरवाही के कारण यह मामला हल करना काफी मुश्किल हो गया है। पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल जोशी ने सीधे तौर पर पंजाब भाजपा के प्रमुख अश्विनी शर्मा को इसके लिए आरोपी बनाया है तथा उन्हें पद से इस्तीफा देने को कहा है।
सुभाष शर्मा जो पंजाब भाजपा के महासचिव हैं उन्होंने अनिल जोशी को नोटिस जारी किया है। सुभाष शर्मा का नाम लिए बिना जोशी ने कहा कि जिन लोगों ने कभी बूथ पर बैठकर काम नहीं किया, कोई चुनाव में हिस्सा नहीं लिया वह लोग आज उन्हें नोटिस इश्यू कर रहे हैं।
पंजाब भाजपा में पैदा हुआ यह गतिरोध आने वाले समय में और भी मुखर हो सकता है जिससे साफ है कि पंजाब में चल रही भाजपा की मौजूदा टीम से पार्टी के कई नेता खुश नहीं है।