नई दिल्लीः पंजाबी गायक सिद्दू मूसेवाला हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए हथियारों को एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी नेटवर्क से खरीदा था। इस बात का पर्दाफाश तीन लोगों की गिरफ्तारी से किया गया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर निवासी मोहम्मद ओवैस उर्फ शमशाद (27), हजरत निजामुद्दीन निवासी मोहम्मद अफरोज (25) और मोहम्मद अदनान हुसैन अंसारी (26) के रूप में हुई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपियों से जिगाना, बेरेटा और स्लोवाकियाई पिस्तौल, नेपाल मुद्रा, नेपाल से एक सिम कार्ड और बंदूकों की तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक विशेष लोहे का बक्सा सहित 12 अर्ध-स्वचालित पिस्तौल बरामद किए हैं।
विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने कहा कि हाल ही में दिल्ली/एनसीआर में अपराध की कई घटनाएं सामने आईं, जहां अपराधियों और गैंगस्टरों द्वारा अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने इन घटनाओं और गिरोहों के बताए गए संकेतों पर बारीकी से नजर रखी, जिससे यह पता चला कि गैंगस्टर और अपराधी इन अत्याधुनिक हथियारों को अपने माध्यम से सीमा पार तस्करी के माध्यम से प्राप्त कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि 25 जुलाई को उनकी टीम को जानकारी प्राप्त हुई थी कि ओवैस दिल्ली में अपने साथियों को हथियारों की एक बड़ी खेप देने के लिए घाटा मस्जिद, शांति वन के सामने के पास आएगा। उसे पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया गया, जिसमें वो फंस गया। जांच के दौरान ओवैस के साथियों अफ़रोज़ और अंसारी को भी हज़रत निज़ामुद्दीन इलाके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ से पता चला कि गिरफ्तार किए गए लोग एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी नेटवर्क के सक्रिय सदस्य थे, जिसका नेतृत्व पहले खुर्जा, बुलंदशहर का निवासी शाहबाज़ अंसारी करता था।