नई दिल्ली (EXClUSIVE): केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने
बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे समझौते में उनकी पार्टी को शामिल नहीं किए जाने के बाद “अन्याय” का आरोप लगाया है। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा थी, लेकिन आगामी आम चुनाव में उसे कोई सीट नहीं दी गई।
उन्होंने कहा, “कल, एनडीए गठबंधन ने बिहार लोकसभा के लिए 40 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की… हमारी पार्टी के पांच सांसद थे और मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। हमारे साथ और पार्टी के साथ अन्याय हुआ है। इसलिए, मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।”
बता दें कि उनका यह एक्शन भाजपा और उसके सहयोगियों द्वारा बिहार में सीट-बंटवारे के विवरण की घोषणा के एक दिन बाद आया है। चिराग पासवान गुट को पांच टिकट दिए गए हैं – हाजीपुर, जमुई, वैशाली, समस्तीपुर और खगड़िया।
गौरतलब है कि भाजपा, जो बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 17 पर चुनाव लड़ रही है, जहां 19 अप्रैल से सात चरणों में मतदान होगा, ने पारस के इस्तीफे पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। जद (यू) 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक-एक सीट आवंटित की गई है।