लुधियाना (Exclusive): पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने देर रात थाना डिवीजन नंबर 7 में लुधियाना नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर समेत 7 कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
इंस्पेक्टर और निगम कर्मचारियों पर 1.75 करोड़ रुपये फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करने का आरोप है। उन्होंने 44 कर्मचारियों के फर्जी स्टांप-पेपर बिल पास किए हैं।
बता दें कि निगम ने 7 दोषी कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है जबकि 12 अन्य कर्मचारियों को भी नोटिस भेजा गया है। थाना डिवीजन नंबर 5 के SHO जगजीत सिंह ने बताया कि इस घोटाले में 7 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 409 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
जिन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें सेनेटरी इंस्पेक्टर राजेश कुमार, रमेश कुमार क्लीनर, मिंटू कुमार क्लीनर, हेम राज स्टाफ क्लर्क, हर्ष ग्रोवर स्टाफ क्लर्क, मनीष मल्होत्रा स्टाफ क्लर्क, कमल कुमार स्टाफ क्लर्क शामिल हैं। राजेश कुमार पहले क्लर्क थे। अब उन्हें प्रमोट कर सेनेटरी इंस्पेक्टर बना दिया गया है।
दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़
जांच अधिकारी एडिशनल कमिश्नर परमदीप सिंह ने इस मामले में मेडिकल ऑफिसर डॉ. गुलशन रॉय से रिपोर्ट मांगी। जांच में पता चला कि गबन के मामले में दस्तावेजों से भी छेड़छाड़ की गई है. तत्कालीन चिकित्सा पदाधिकारी को भी जांच के दायरे में लिया गया है।
उधर, निगम कमिश्नर संदीप ऋषि ने भी इस मामले की एक्सटर्नल ऑडिट की सिफारिश की है। उनके मुताबिक 2021 से 2023 के बीच हुए सभी भुगतान आदि की जांच की जाएगी। आरोपियों से निगम का पैसा भी वसूला जाएगा।