नई दिल्ली (Exclusive): देश में कोरोना का कहर अभी शांत नहीं हुआ था कि एक और खतरनाक बीमारी ने दस्तक दे दी है। भारत में इस साल में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के मरीज की पहली मौत हुई है। इसके बाद हैल्थ विभाग में हड़कम्प मच गया है।
मामला राजधानी दिल्ली का है जहां पर एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के कारण एम्स में 11 साल के बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे के संपर्क में आए सभी कर्मचारियों को आइसोलेशन में रखा गया है।
क्या है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू क्या है और बर्ड फ्लू के कारण क्या-क्या होते हैं? इन सवालों का जवाब हर किसी को पता होना चाहिए। बर्ड फ्लू के नाम से पॉपुलर यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 की वजह से होती है। यही कारण है कि बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (Avian Influenza Virus) भी कहते हैं।
यह वायरल वायरस वैसे तो पक्षियों को अपना शिकार बनाता है लेकिन इंसान भी इससे संक्रमित हो सकता है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन, टर्की, गीस, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों में तेजी से फैलता है।
यह इन्फ्लूएंजा वायरस इतना खतरनाक होता है कि इससे इंसान व पक्षियों की मौत भी हो सकती है। बर्ड फ्लू के लक्षण की जानकारी हर किसी को होनी चाहिए। क्योंकि कुछ लोग बर्ड फ्लू के शिकार हो जाते हैं लेकिन उन्हें इस बारे में पता भी नहीं होता है।
अभी तक बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है। लेकिन कई बार यह इंसान से इंसान को भी हो जाता है। एवियन इन्फ्लूएंजा के शिकार इंसान पर मौत का खतरा भी होता है। अभी तक एच5एन1 (H5N1) और एच7एन9 (H7N9) को बर्ड फ्लू वायरस के ऐसे प्रकार माना जाता था जो इंसान को भी संक्रमित कर सकते हैं लेकिन अब इस लिस्ट में एच5एन8 (H5N8) भी शामिल हो गया है।