रूपनगर (TES): देशभर में कोहरे ने सर्दी को बढ़ा दिया है। वहीं बारिश के कारण तापमान में गिरावट आने से लोग सर्दी से परेशान हो गए है। कुछ दिनों से कड़ाके की पड़ रही सर्दी की वजह से स्कूलों का समय भी बदल दिया है ताकि बच्चों व अध्यापकों को किसी तरह की परेशानी ना हो। कोहरे के कारण वातावरण भी दूषित तेजी से हो जाता है, जिससे कई तरह के रोगों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है।
कोहरे से सेहत पर पड़ने वाला असर
कोहरे के समय नमी के साथ हवा में अधिक ठंडक रहने से इसका सीधा असर व्यक्ति के दिमाग, दिल और आंखों पर पड़ सकता है। इसलिए कोहरे में अधिक देर तक रहने से जुकाम, ब्लड प्रैैशर बढ़ना व चेहरे को नुकसान हो सकता है। एक्सपर्ट अनुसार, सर्दियों में ब्लड प्रैशर हाई होने की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में हाई ब्लड प्रैशर के मरीजों को कोहरे में खुद का खास ध्यान रखने की जरूरत है।
कोहरे में लंबे समय तक सांस लेने से फेफड़ों के रोग होने का खतरा
जिला अस्पताल के पूर्व मेडिकल विशेषज्ञ डा. अमरेंद्र सिंह गिल एम.डी. मेडिसन ने बताया कि कोहरे में लंबे समय तक रहने के चेहरे की नसों में नमी का प्रभाव बढ़ने लगता है। इसके कारण चेहरे को लकवा हो सकता है। कोहरे में नमी की वजह से जब कोई व्यक्ति देर समय तक सांस ले तो नमी के उसके फेफड़ों तक पहुंचने का खतरा रहता है।
ऐसे में फेफड़ों संबंधी रोग होने का खतरा बढ़ता है। इसके चलते सांस लेने में भी समस्या आ सकती है। नाक द्वारा सांस लेने से नमी होने से व्यक्ति साइनोसाइटिस रोग की चपेट में आ सकता है। इसके साथ ही कोहरे के कारण ऑक्सीजन में कमी हो जाने से हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत भी साधारण हो जाती है।
घर से बाहर जाने से पहले सिर और शरीर को गर्म कपड़ों से ढकें
डॉ़. गिल का कहना है कि कोहरे से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने के साथ नाक व कान को भी गर्म कपड़े से ढकें। घर से कहीं बाहर जाने से पहले सिर व पूरे शरीर को गर्म कपड़ों से कवर करें।
बेहतर होगा कि कोई जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर जाए। कोहरे के समय सैर करने से भी बचे। अगर व्यक्ति को खांसी, छाती में बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ हो तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें।