

नई दिल्ली (Exclusive): अफगान दूतावास ने आज से कई कारण बताते हुए भारत में में अपने दूतावास में कामकाज बंद कर दिया, जिसके बाद से हर किसी की टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, अफगान दूतावास की शिकायत है कि मेजबान सरकार से समर्थन कम मिल रहा है। इसी के कारण यह कठिन फैसला लिया गया है।
विचार-विमर्श के बाद लिया फैसला
बयान में कहा गया है कि, “बेहद दुख, अफसोस और निराशा के साथ कहना पड़ रहा है कि नई दिल्ली में अफगानिस्तान का दूतावास अपना परिचालन बंद करने की घोषणा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह फैसला अफगानिस्तान-भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए काफी विचार-विमर्श के बाद लिया गया है।
जानिए क्या है इस फैसले की वजह
बता दें कि, यह निर्णय अफगान दूतावास के राजदूत और अन्य वरिष्ठ राजनयिकों के भारत छोड़कर यूरोप चले जाने व संयुक्त राज्य अमेरिका में शरण लेने के बाद हुआ है। दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि कम से कम पांच अफगान राजनयिक भारत छोड़ चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत में अफगानिस्तान के दूतावास का नेतृत्व राजदूत फरीद मामुंडजे कर रहे थे। भारत ने अभी तक तालिबान की स्थापना को मान्यता नहीं दी है। भारत लगातार काबुल में समावेशी सरकार के गठन की वकालत कर रहा है।