दिल्ली (Exclusive): कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब देश में थम रही है। रोजाना संक्रमित मामले में कमी आ रही है। इतना ही नहीं वैक्सीनेशन के बाद में मौतों के आंकड़े भी कम हो रही है।
हालांकि वैज्ञानिकों की तरफ से जारी की गई कोरोनावायरस की तीसरी लहर की चेतावनी को भी अभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों की इस चेतावनी का ही असर है कि देश की केंद्र सरकार लोगों में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन प्रक्रिया को तेज करने में लगी हुई है।
लेकिन इसी बीच कोविड-19 महामारी से संबंधित एक सरकारी समिति के एक वैज्ञानिक केक बयान ने सभी को चौंका कर रख दिया है। इस वैज्ञानिक का कहना है कि अगर सही से करो ना नियमों का पालन ना किया गया तो अक्टूबर और नवंबर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर अपनी चरम सीमा पर होगी।
ऐसे में हालातों को संभाल पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा हालांकि दूसरी लहर के मुकाबले इसका प्रभाव थोड़ा कम रहेगा लेकिन फिर भी इस चीज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।