

जालंधर (Exclusive): भारत में कोरोनावायरस के खतरे के बीच एक और बड़ी चिंता सामने आ गई है। देश में लगभग जनवरी से चल रहा टीकाकरण अभियान सुस्त होता दिखाई दे रहा है।
पिछले 3 महीनों से जारी इस अभियान की रफ्तार थोड़ी धीमी हो गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में लगभग 50% की गिरावट टीकाकरण में देखी गई है। उस समय हुआ है जिस समय कोरोना वायरस अपनी चरम सीमा पर है।
वहीं जानकारी के लिए आपको बता दें कि वैज्ञानिकों की तरफ से भारत में कोरोनावायरस की तीसरी लहर की भी पुष्टि की गई। किसी के साथ-साथ अब बच्चों में भी करो ना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन इस समय में टीकाकरण का ऐसे धीमा होना चिंताजनक स्थिति बना सकता है।
40 दिनों के भीतर टीकाकरण में 50.88 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। बता दें कि टीकाकरण के तीसरे चरण से ही कोरोनावायरस की भारी किल्लत महसूस हो रही है जिसके चलते यह आंकड़ा सामने आया।
हालांकि वैक्सीनेशन को लेकर लोग तो जागरूक हुए हैं लेकिन सरकार अब सुस्त नजर आ रही है। बीते दिन की बात करें तो 21 मई को चौबीस घंटों के भीतर 17,97,274 डोज ही लगायी गईं।
जहां एक तरफ रोजाना औसतन 30,24,362 डोस दी जा रही थी अब वह घटकर 50 प्रतिशत के आस पास ही रह गई है।
अगर आंकड़ों को देखें तो भारत में कोरोनावायरस के संक्रमित मामलों में कमी तो देखी गई है लेकिन मृतकों का आंकड़ा अभी भी वैसे ही बरकरार है।