

चंडीगढ़(Exclusive)पंजाब एवं हरियाणा में बड़े जल संकट (water crisis)की दस्तक है। भाखड़ा डैम में पानी लगातार घट रहा है और डैम के जलस्तर (water level)में काफी तेजी से गिरावट आ रही है। इसके साथ ही डैम के पावर प्लांट में बिजली की उत्पादन की कम हो गया है।
हिमाचल से आने वाली सतलुज, व्यास व रावी नदियों से इस बार पानी की आवक में कमी बरकरार है। इस कारण भाखड़ा बांध का जलस्तर 54.96 फ़ीट कम हो चुका है। भाखड़ा बांध की सामान्य जल भंडारण क्षमता 1680 फ़ीट है।
बता दें कि इस समय जलस्तर 1535.24 फीट है जबकि पिछले साल आज के दिन जल स्तर 1590.20 फीट था। करीब एक सप्ताह में पहले पानी की आवक में लगभग करीब 25000 क्यूसेक तक की कमी आ चुकी थी। लेकिन पिछले दो दिन से हिमाचल में हुई बारिश के चलते आवक का ग्राफ 40118 क्यूसिक तक पहुंच गया है।
पिछले साल आज के दिन पानी की आवक 42429 क्यूसिक थी। डैम में पानी के अनिवार्य जलस्तर को पूरा रखने के लिए इस समय कम पानी छोड़ा जा रहा है। अभी डैम से करीब 32183 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले साल पानी 30080 क्यूसिक तक छोड़ा जा रहा था। पानी कम छोड़े जाने के चलते ही भाखड़ा बांध के पावर प्लांटों से बिजली का उत्पादन कम हो चुका है।
बीबीएमबी के कंट्रोल रूम में शुक्रवार तड़के छह बजे के दर्ज आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में बिजली का उत्पादन 197.44 लाख यूनिट किया गया है। पिछले साल बिजली उत्पादन का यह ग्राफ 214.09 लाख यूनिट था।
कहा जा सकता है कि पानी की आवक कम होने के चलते ही 24 घंटे के दौरान विद्युत उत्पादन पिछले साल की तुलना में 16.65 लाख यूनिट कम हो पाया है।