

चंडीगढ़ (EXClUSIVE): किसानों के विरोध के बीच 22 दिनों तक बंद रहने के बाद अंबाला-चंडीगढ़ राजमार्ग मंगलवार, 5 मार्च को फिर से खोल दिया गया है।
हरियाणा सरकार ने अंबाला और चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच लगाए गए बैरिकेड हटा दिए जबकि प्रदर्शनकारी किसानों ने स्थल पर अपना प्रदर्शन जारी रखा। अब लालरू बॉर्डर से यातायात सामान्य रूप से चल रहा है। शाहबाद मारकंडा में भी बैरिकेड हटा दिए गए हैं।
आंदोलनकारी किसान 6 मार्च को दिल्ली की ओर एक मार्च का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं और किसान यूनियनों ने 10 मार्च को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध करने का आह्वान किया है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने 3 मार्च को कहा था, “हमने 6 मार्च को दिल्ली तक मार्च करने का फैसला किया है। इस बीच, 10 मार्च को हम दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में रेल ट्रैक ब्लॉक करेंगे।”
गौरतलब है कि 13 फरवरी को शुरू हुए ‘दिल्ली चलो’ मार्च के जवाब में सैकड़ों किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू और खनौरी में डेरा डाले हुए हैं। किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू हुए 21 दिन हो गए हैं लेकिन किसान धरना खत्म करने को तैयार नहीं है। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तब तक वो बॉर्डर पर डटे रहेंगे।