चंडीगढ़ (EXClUSIVE): किसानों का बड़ा कारवां इस वक्त शंभू बॉर्डर पर पहुंच चुका है। शंभू बॉर्डर पर किसानों की ओर से बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई है, जिन्हें रोकने के लिए लगातार आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार को जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक कई लोग ऐसे हैं जो ऐसी स्थिति पैदा करने की कोशिश करेंगे, जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो। मैं किसान भाइयों से कहूंगा कि इन चीजों से बचें। भारत सरकार है किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध… हम ज्यादातर मुद्दों पर बात करने को तैयार हैं
बता दें कि पंजाब से आ रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने लाखन माजरा नेशनल हाईवे 352 पर रोहतक-जींद बॉर्डर पर सख्त इंतजाम किए हैं। सड़क पर तीन तरह के बैरिकेड्स, नुकीले बाड़, बड़े-बड़े पत्थर और मिट्टी से भरे लोहे के कंटेनर लगाए गए हैं। पुलिस के मुताबिक किसी को भी दिल्ली जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
वहीं, शंभू बॉर्डर पर हालात को देखते हुए अंबाला से शाहाबाद तक की सड़कें बंद कर दी गई हैं। पुलिस की ओर से किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं, जिसके बाद भगदड़ मच गई है। पुलिस ड्रोन के जरिए नजर रख रही है।
केंद्र ने बवाना स्टेडियम को खुली जेल बनाने का सुझाव दिया था। किसानों को हिरासत में लेने के लिए बवाना स्टेडियम को खुली जेल बनाया जाना था।