

जालंधर (Exclusive): भारत में एक बार फिर डेंगू और स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर राजधानी दिल्ली, झारखंड, केरल, माहाराष्ट्र और मिज़ोरम में। हालांकि ज्यादातर लोग स्वाइन फ्लू और कोविड को लेकर कन्फ्यूज हो रहे हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि लोग स्वाइन फ्लू को कोरोना समझकर चेकअप के लिए आ रहे हैं क्योंकि दोनों के लक्षण काफी हद तक एक सामान है।
सेहत विभाग का कहना है कि फिलहाल पंजाब में स्वाइन फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन विभाग फिर भी पुरी तरह से सर्तक हो चुका है। इसके अलावा ट्रामा वार्ड में स्वाइन फ्लू आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किया गया है। इसके अलावा अमृतसर, पठानकोट में भी स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए तैयारियां की जा चुकी हैं।
सेहत विभाग लोगों को अलर्ट कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घबराने की बजाए सावधानियां बरतें। इसके अलावा सांस लेने में तकलीफ, पेट में तेज दर्द, चक्कर आना, उल्टी-मतली जैसे लक्ष्ण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।
स्वाइन फ्लू के कारण
सेहत विभाग के अनुसार, स्वाइन फ्लू आमतौर पर लार और बलगम के कणों से एक से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करता है। यह वायरस छींकते और खांसते समय भी फैल सकता है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
– खांसी
– तेज बुखार
– गले में खराश
– नाक का बहना या बंद होना
– बदन दर्द
– सिर दर्द
– ठंड लगना
– थकावट