

जालंधर Exclusive: इनोसेंट हार्ट्स ग्रीन मॉडल टाऊन व लोहारां में आयोजित फन फेयर में ‘इनक्रेडिबल इंडिया’ थीम पर विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपने देश की संस्कृति की झलक देखने को मिली।
ग्रीन मॉडल टाऊन में मुख्यातिथि डॉ. चंदर बौरी (एम डी मेडिकल सर्विसेज, इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप) व डॉ. रोहन बौरी (डिप्टी डायरेक्टर मेडिकल सर्विसेज, इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप) थे। गेस्ट ऑफ ऑनर की भूमिका वरिंदर पाल (प्रसिद्ध समाज सेवी) ने निभाई। लोहारां में शैली बौरी (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ऑफ़ स्कूल्स) ने मुख्यातिथि की भूमिका निभाई।
ग्रीन मॉडल टाऊन में मुख्यातिथियों का स्वागत प्रिंसिपल राजीव पालीवाल, लोहारां में कुमारी शालू सहगल व मैनेजमेंट के सदस्यों ने किया। इस अवसर पर बौरी मेमोरियल एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट की सीएसआर डॉ. पलक गुप्ता बौरी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का आगाज मुख्यातिथियों ने आकाश में गुब्बारे छोड़कर किया।
तत्पश्चात ‘या कुनदेन्दु तुषार हार धवला’ श्लोक व नृत्य के साथ मां सरस्वती की वंदना की गई। इस अवसर विद्यार्थियों द्वारा ‘कंधो से मिलते हैं कंधे, कदमों से कदम मिलते हैं’ गीत व नृत्य के माध्यम से आगे बढ़ता हुआ भारत’ दिखाया गया।
मंगलयान और चंद्रयान की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग व लैंडिंग पर गर्व का अनुभव करते हुए विद्यार्थियों द्वारा ‘शाबाशियां’ गीत प्रस्तुत किया गया। ‘पपेट शो’ का बच्चों ने बहुत लुत्फ उठाया। किड्स जोन, फूड कॉर्नर तथा गेम जोन विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। सभी ने फूड जोन का भरपूर आनंद लिया। किड्स जोन में बच्चों ने राइड्स पर खूब मस्ती की।
विभिन्न खेलों के साथ-साथ व्यंजनों और बेकरी आदि के स्टॉल्स भी लगाए गए। निर्णायक गणों की भूमिका निभाने वाले सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया। मुख्यातिथि तथा गेस्ट ऑफ ऑनर को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
बच्चों के मनोरंजन व ज्ञानवर्धन के लिए खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। इसकी अतिरिक्त फैंसी ड्रेस, सोलो डांस प्रतियोगिता, रैंप वॉक, कलरिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
इस कार्यक्रम में स्टूडेंट काउंसिल के विद्यार्थियों का अहम योगदान रहा। न्यू एजुकेशन पॉलिसी-2020 के अनुरूप पूरा कार्यक्रम- मंच संचालन, विभिन्न प्रतियोगिताएं गेम्स जोन आदि सारा कार्यभार विद्यार्थियों के द्वारा ही संभाला गया।