मणिपुर: बुधवार को सोशल मीडिया पर मणिपुर का 2 महीने पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके बाद मीडिया और राजनीतिक में हंगामा मच गया। वीडियो में मणिपुर की 2 महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा बिना कपड़ों के घुमाए जाने के बाद पूरा भारत सदमे में आ गया। वहीं, विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा पर चुप्पी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मणिपुर हिंसा पर बात करते हुए शर्मनाक बताया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं दर्द से भर गया हूं और यह घटना किसी भी नागरिक समाज के लिए शर्मनाक है। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, जो लोग इसके पीछे हैं उन्हें हम कभी माफ नहीं करेंगे।”
पीएम मोदी ने कहा, “यह किसी भी समाज के लिए शर्मनाक घटना है… किसने किया और इसके लिए कौन जिम्मेदार है यह एक अलग मुद्दा है लेकिन इसने हमारे देश को शर्मसार कर दिया है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कानून व्यवस्था को सख्त करने की अपील करता हूं। चाहे वह राजस्थान हो, छत्तीसगढ़ हो या मणिपुर… महिला के सम्मान का मुद्दा सभी राजनीति से ऊपर है।”
इस बीच, कई विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में नोटिस देकर मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग की है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस को निलंबित करते हुए मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग की है।