

रसोई और चूल्हे का संबंध सिर्फ पेट ही नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य से भी होता है। वहीं, वास्तु शास्त्र में रसोईघर और गैस-चूल्हे को सुख-समृद्धि आदि का कारण भी माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहीं से घर में रहने वाले लोगों को भोजन और ऊर्जा मिल सकती है। अगर आप सकारात्मक ऊर्जा को धारण करेंगे तो आपका विकास होगा। वहीं अगर आप नकारात्मक ऊर्जा लेंगे तो इससे मन-मस्तिष्क पर नेगेटिव असर होगा। इसलिए कहा जाता है कि खाना बनाते समय गृहिणी को हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का सामना करना जरूरी होता है, जिससे खाना बनाते समय मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मगर, आज हम आपको गैस-स्टोव से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स बताएंगे, जिससे घर में सुख-समृद्धि, शांति, अच्छा स्वास्थ्य बना रहेगा।
इस दिशा में हो चूल्हा
घर में गैस स्टोव या रसोई के लिए दक्षिण-पूर्व सबसे अच्छी दिशा मानी जाती है क्योंकि यह शुक्र ग्रह की दिशा है। इसे वैज्ञानिक नजरिए से समझें तो यहीं से सुबह सूरज की किरणें रसोई में प्रवेश करेंगी और किचन में सकारात्मक ऊर्जा भी लाएं। यह ऊर्जा बढ़ाने में भी सहायक होगा।
इस दिशा में ना रखें चूल्हा
दक्षिण दिशा मंगल की दिशा है, यह बहुत गर्म दिशा है और इस दिशा में बनाया गया भोजन बहुत मसालेदार होता है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। यहां गैस चूल्हा होने से लोगों को आराम नहीं मिल पाता है और उनके मान-सम्मान पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अत्यधिक गर्म दिशा होने के कारण खाना जल्दी खराब भी हो सकता है।
इस दिशा में चूल्हे रखने से खर्च होता है पैसा
दक्षिण-पश्चिम दिशा में गैस स्टोव रखने से बहुत सारा पैसा खर्च होता है और कभी-कभी यह पैसा बेकार चीजों पर खर्च हो जाता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा को राहु की दिशा कहा गया है। इस दिशा में गैस चूल्हा न रखें।
इस दिशा में रखेंगे चूल्हा, खत्म हो जाएगी जमा पूंजी
दक्षिण-पश्चिम दिशा में गैस चूल्हा रखने से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है। इतना ही नहीं, इससे आपकी जमा पूंजी भी नष्ट हो जाती है, जिससे व्यक्ति को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
इस दिशा में चूल्हा रखने से होगी उन्नति
उत्तर-पश्चिम दिशा में गैस चूल्हा रखने से घर की महिलाएं अक्सर निराशा में डूबी रहती हैं। इन्हें थायराइड की समस्या भी हो सकती है। इस दिशा के दोष को दूर करने के लिए गैस चूल्हे के नीचे पीला रंग करवाएं।
उन्नति के लिए यहां रखें गैस
उत्तर पश्चिम वायु तत्व की यह दिशा गैस स्टोव रखने के लिए अच्छी होती है। इस दिशा में खाना पकाने से उन्नति होती है। लोगों का सहयोग मिलेगा और भोजन से स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ सकता है।
पति-पत्नी के रिश्ते में आएंगी परेशानियां
गैस चूल्हा उत्तर-पश्चिम दिशा में रखने से पति-पत्नी के रिश्ते में भी दिक्कतें आने लगती हैं। हालांकि वास्तु के अनुसार, गैस चूल्हे के नीचे पीला पत्थर रखने से समस्या दूर हो जाती है।