

बठिंडा(TES): कुछ दिन पहले पंजाब के बठिंडा से 4 जवानों की हत्या का मामला सामने आया है। अब बताया जा रहा है कि उन जवानों का हत्यारा पकड़ा गया है। बता दें, इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले कोई गैर नहीं बल्कि सेना का एक जवान ही था, जिसका नाम देसाई मोहन है। इसके साथ ही उच्च अधिकारियों को सूचना के नाम पर गुमराह करने का काम भी किया गया था। हत्यारे ने कहा था खुद को बचाने के लिए झूठ बोला था। उसने कहा था कि कुर्ता-पजामा पहने 2 नकाबपोश वहां आए थे और उन्होंने उनके साथियों को जान से मारा।
ऐसे दिया हत्या को अंजाम
मगर अब हत्यारे सैनिक का सारा झूठ पकड़ा गया है। बता दें, उसने बड़ी प्लानिंग के साथ इस हत्या को अंजाम दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, हत्यारे ने 9 अप्रैल को इंसास राइफल चोरी की और 12 अप्रैल के दिन सेना के 4 लोगों की हत्या कर दी।
इस कारण की हत्या
जांच में पता चला है कि हत्या मानसिक तौर पर परेशान रहता था। उसने आपसी रंजिश के कारण ये काम किया। वहीं सेना के अधिकारी इस घटना की बारीकी से जांच में जुटे हैं। उधर रक्षा मंत्रालय ने थल सेना मुखी मनोज पांडे को इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट सबमिट करने को कहा है। उन्होंने अपने स्तर पर टीम तैयार करके इस मामले की जांच कर सच्चाई पता की। सेना के अधिकारियों को उसपर शक तो था। मगर उन्होंने फिर भी सारे मामले की जांच कर हत्यारे का पता लगाया।
जांच में जुटी पुलिस
वहीं पुलिस भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस ने 2 दिन पहले सेना के 12 कर्मियों को जांच के लिए नोटिस भेजा था। इनमें से 4 सैनिकों से गहराई से पूछताछ भी की गई। इसी दौरान देसाई मोहन ने अपना जुल्म मान लिया। इसके बाद उसने इस घटना से जुड़ी सारी जानकारी पुलिस को दी। मोहन ने बताया कि उसने हरीश नामक जवान की राइफल और 28 कारतूस चोरी किए थे। मृतकों के पोस्टमार्टम से भी यही साबित हुुआ है कि चारों जवानों की हत्या बंदूक से चली गोलियों से हुई। बता दें, मृतक कर्नाटका व तमिलनाडु के रहने वाले थे। फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।