

पंजाब (TES): दिसंबर से फरवरी महीने तक जिले में बहुत कम बारिश हुई है। मगर 17, 24 व 25 मार्च को जोरदार बारिश ने मौसम ही बदल कर रख दिया। मगर इस दौरान तेज हवा व बारिश किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई है। असल में, इसके कारण किसानों की गेंहू व बाकी फसलों पर गहरा व बुरा असर पड़ा है।
इन तारीखों में भी बारिश होने की संभावना
वहीं मौसम विभाग का कहना है कि 29 मार्च से पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा। ऐसे में 30, 31 मार्च को तेज आंधी, बिजली के साथ बारिश हो सकती है।
मुआवजे का लिए किसान पहुंचे डीसी ऑफिस
वहीं किसानों की फसल खराब होने के चलते वे मुआवजा लेने के लिए सोमवार को डीसी दफ्तर पहुंचे हैं। किसानों ने मुआवजे के लिए अपना मांग पत्र एसडीएम जयइंर सिंह को सौंपा है। किसानों की मांग हैं कि उन्हें प्रति एकड़ के हिसाब से बेमौसम बरसात और ओलावृष्टी से हुए नुकसान की गिरदावरी कराई जाए। इसके अलावा गेंहू, सरसों, हरे चारे आदि के हुए नुकसान के बारे में भी किसानों ने जानकारी दी है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रधान ने की किसानों की अगुवाई
बता दें, भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर के जिला प्रधान कुलविंदर सिंह ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई की है। उनका कहना है कि मौसम में बदलाव आने से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। ऐसे में पंजाब सरकार को उनकी फसलों का बीमा करवाना चाहिए।
केंद्रीय खेतीबाड़ी मंत्री के बयान पर जताया एतराज
वहीं यूनियन के प्रधान ने केंद्रीय खेतीबाड़ी मंत्री नरेंदर तोमर के बयान पर अपना रोष प्रकट किया है। बता दें, मंत्री जी ने किसानों की फसलों के कमतर नुकसान होने के बारे में कहा था। जानकारी के लिए बता दें कि उस समय दलजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, सतनाम सिंह, दर्शन सिंह, परमजीत सिंह अकलपुर आदि वहां मौजूद थे।
किसानों ने कहीं ये बात
इस पर किसानों का कहना है कि मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। उनकी गेहूं की फसल जिले में कई जगह पर बिछी हुई है, जिसके खराब होने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं आगे भी मौसम खराब होने के बारे में कहा जा रहा है। ऐसे में उनकी थोड़ी-बहुत बची फसल भी खराब हो जाएगी। इसके लिए सभी किसान सरकार से फसलों का बीमा करवाने की मांग कर रहे हैं।