

चंडीगढ़ (TES): पंजाब राज्य में स्वाइन फ्लू का खतरा फिर से बढ़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, साल 2023 के 2 महीनों में ही इस बीमारी से मृत्यु दर में तेजी आ गई है। 1 जनवरी से 2 मार्च तक के आंकड़ों के मुताबिक स्वाइन फ्लू के 29 केस सामने आए हैं। वहीं 4 मरीजों की मौत होने का दावा किया जा रहा है।
इन जिलों से आए मरीज
बता दें, लुधियाना जिले से स्वाइन फ्लू के 11 मरीज सामने आए हैं। इसके साथ मोगा, बठिंडा, कपूरथला, होशियारपुर और संगरूर में 2-2 मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा मोहाली, रोपड़, मुक्तसर साहिब, फाजिल्का और फतेहगढ़ साहिब में 1-1 मरीज है।
साल 2022 में इसकी चपेट में आए थे 203 मरीज
बीते वर्ष की बात करें तो इस बीमारी से करीब 203 मरीज पाए गए थे। इनमें करीब 42 मरीजों की मौत हो गई थी। वहीं जनवरी 2018 से 2 मार्च 2023 तक इस वायरस से कुल 891 लोग प्रभावित हुए हैं। इसमें 95 लोगों ने अपनी जान गवां दी। ऐसे में मृत्यु दर 10.66% रही।
स्वाइन फ्लू एक गंभीर बीमारी
एक्सपर्ट का कहना है कि स्वाइन फ्लू एक गंभीर बीमारी है, जिसका समय पर इलाज न हो पाए तो निमोनिया और गंभीर सांस की परेशानी हो सकती है। बुजुर्गों, नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को इस बीमारी की चपेट में आने का खतरा अधिक रहता है। बात इसके लक्षण की करें वे फ्लू की तरह ही होते हैं जैसे कि बुखार, खांसी, गले में खराश, सिर दर्द, ठंड लगना, थकावट, शरीर में दर्द आदि है। वहीं इससे बचाव में अभी तक कोई टीका अपलब्ध नहीं हुआ है।