

अमृतसर (TES): पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिद्धू की गणतंत्र दिवस पर रिहाई न होने से पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने फिर इस पर गुस्सा जाहिर किया है। सोशल मीडिया पर उन्होंने कहा है कि गैंगस्टर्स, ड्रग लॉर्ड्स, हार्डकोर क्रिमिनल्स और रेपिस्ट्स सरकारी पॉलिसी से राहत या जमानत ले सकते हैं लेकिन एक सच्चा, ईमानदार व्यक्ति उस अपराध के लिए पीड़ित है जो उसने नहीं किया है। केंद्र द्वारा दिए गए न्याय और राहत से वंचित है। भगवान कृपा उन्हें आशीर्वाद दें जो आपको भूल गए हैं।
गौरतलब है कि पहले चर्चा थी कि नवजोत सिद्धू को 26 जनवरी को रिहा किया जा सकता है। वजह से पटियाला और लुधियाना में उनकी रिहाई के होर्डिंग तक लग गए थे। घर में भी टेंट लगाने के साथ सिद्धू की प्रेस कान्फ्रेंस का भी इंतजाम कर दिया गया था लेकिन उनकी रिहाई नहीं हो सकी। जिससे नवजोत कौर काफी नाराज हैं।
इससे पहले उन्होंने एक और ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि- नवजोत सिद्धू एक खूंखार जानवर की कैटेगरी में आते हैं। इसी वजह से उन्हें आजादी के 75वें वर्ष में रिहाई की राहत नहीं दी जा रही है। सभी से गुजारिश है कि उनसे दूर रहें।
नवजोत सिद्धू को रोडरेज के 34 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 1 साल कैद की सजा सुनाई थी। 1988 में पंजाब के पटियाला में पार्किंग को लेकर सिद्धू के मुक्के से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। इस मामले हाईकोर्ट ने सिद्धू को एक साल कैद की सजा दी थी।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को गैर-इरादतन हत्या से बरी कर दिया था और एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया था। इस मामले में पीड़ित परिवार ने रिव्यू पिटिशन दायर कर दी। जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को सिद्धू को एक साल कैद की सजा सुना दी। सिद्धू ने 20 मई को सरेंडर कर दिया था।