

जालंधर (TES): हिंदू धर्म में दिवाली का बड़ा विशेष महत्व है। भले ही दिवाली एक दिन मनाई जाती है लेकिन यह त्योहार 5 दिन का होता है। इस 5 दिनों के उत्सव कैलेंडर का पहला दिन धनतेरस है, जो 23 अक्टूबर को है।
हर साल कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी देवी लक्ष्मी व भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। पंडितों के अनुसार धनतेरस की पूजा इस बार 22 अक्तूबर शाम 06 बजकर 03 मिनट पर शुरू हो रही है , , जो रविवार, 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 04 मिनट तक रहेगी।
धनतेरस पर क्या खरीदें?
वैसे तो हर इंसान को अपनी आवश्यक्ता और जेब के अनुसार खर्च करना चाहिए। लेकिन शास्त्रों के अनुसार इस दिन धन को बढ़ाने का काम करने वाली चीजों को खरीदना अच्छा माना जाता है। कहा जाता है कि सोना-चांदी, प्रॉपर्टी, फ्लैट या कोई पॉलिसी खरीदें तो लक्षमी माता की कृपा ज्यादा बरसती है।
इस दिन गोमती चक्र लाना काफी शुभ माना जाता है क्योंकि मां लक्ष्मी को अत्यन्त प्रिय है। जब आप दिवाली की पूजा करते हैं तो उस समय गोमती चक्र रखें। पूजा के बाद चक्र को उठाकर पैसों वाली जगह पर रखेंगे तो धन लाभ होता है।
झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है।
शास्त्रों अनुसार धनतेरस पर झाड़ू खरीदते हैं तो घर में सुख-शांति का वास रहता है। माना जाता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से दरिद्रता भी दूर होती है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
पीतल के बर्तन खरीदना यह पुरानी परंपरा तो जरूर है लेकिन इससे घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। कई लोग ऐसा सोचते है कि पीतल के बर्तन कौन खरीदता है तो ऐसा नहीं यह धनतरेस के दिन खरीदेंगे तो मां लक्षमी आपके भंडारे भरेगी।