Thursday, June 19, 2025
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Viral Video : ब्रिटेन के चीनी दूतावास में प्रदर्शनकारियों की पिटाई, “लोकतंत्र समर्थक पोस्टर” पर मारी लात

मैनचेस्टर (TES): हांग-कांग (Hong Kong) के एक लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारी को मैनचेस्टर (Manchester) के चीनी वाणिज्य दूतावास में बेरहमी से पीटा गया. इस घटना की वीडियो (Video) को कई लोगों ने ट्विटर (Twitter) शेयर किया है. एक यूज़र ने लिखा है, “यह चौंकाने वाली वीडियो हॉन्ग-कॉन्ग (Hong-Kong) के टेलीग्राम चैनल पर तेजी से वायरल (Viral) हो रही है.

जिसमें दिखता है कि मैनचेस्टर में मौजद पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) के वाणिज्य दूतावास के कुछ लोग लोकतंत्र समर्थक चिह्नों को लात मार कर गिरा रहे हैं. फिर एक प्रदर्शनकारी को घसीट पर भीतर ले जाया गया और वहां स्टाफ ने उसकी पिटाई की.” इस वीडियो को लाखों लोग देख चुके हैं और हजारों ने इसे रीट्वीट किया है.

यह जानकारी सोमवार को बीबीसी ने दी. रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग की है. ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है. प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को कहा, “वे मुझे अंदर ले गए और मुझे पीटा.”

वाणिज्य दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने चीन के राष्ट्रपति की आपत्तिजनक तस्वीर प्रदर्शित की थी. प्रदर्शनकारी पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तस्वीर कथित तौर पर  अपमानजनक तरीके से प्रदर्शित करने के आरोप है.

घटना के बाद बॉब नामक प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को बताया कि चीन के लोग वाणिज्य दूतावास से बाहर आए थे और उनके पोस्टरों को नष्ट कर दिया तथा जब हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो वे मुझे अंदर खींच कर ले गए एवं मुझे पीटा.

बीबीसी के अनुसार, वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों ने प्रदर्शनकारियों को सड़क के विपरीत दिशा में जाने के लिए कहा था.
प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस अधिकारी मौजूद थे, लेकिन विवाद शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद कई और पुलिसकर्मी वहां आ गए. वे परिसर के द्वार पर जमा हुए और प्रदर्शन को खत्म करने और प्रदर्शनकारियों को वापस भेजने की कोशिश की. एक पुलिस अधिकारी वाणिज्य दूतावास के अंदर गया और उस व्यक्ति को बाहर निकाला जिसे अंदर खींच लिया गया था.

वाणिज्य दूतावास ब्रिटेन में है लेकिन उसकी मर्जी के बिना कोई प्रवेश नहीं कर सकता है. राजनयिक परिसर में किया गया कोई भी अपराध ब्रिटिश कानून के अधीन है, लेकिन कर्मचारियों को डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी मिलती है.

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