

चंडीगढ़ (Exclusive): पंजाब में कोरोनावायरस का कहर तो जारी है लेकिन इसके साथ साथ यूके वेरिएंट में तबाही मचा कर रखी है।
बीते दिन भी पंजाब में 197 मौतें हुई वही 8000 के पार संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई। अगर संक्रमित मामलों और मौतों का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो पंजाब में भी दिल्ली जैसे हालात हो सकते हैं।
अगर पंजाब के अस्पतालों की बात करें तो ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की कमी के साथ-साथ मरीजों को बेड की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है। अचानक से इतनी तेज रफ्तार में संक्रमित मामलों के सामने आने से सेहत विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं दूसरी ओर हालांकि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी चल रही है। इसी बीच पंजाब में केंद्र सरकार की तरफ से वेंटिलेटर प्रदान किए गए हैं।
लेकिन अब उन वेंटीलेटर्स की हालत देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। जी हां पंजाब में पीएम केयर्स फंड के तहत प्रदान किए गए 320 वेंटिलेटर में से 90% से अधिक खराब है इसका खुलासा राज्य के खरीद समिति के पेशेवर सलाहकार डॉ राजबहादुर ने किया है।
खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में अलग-अलग जिलों के लिए वेंटिलेटर दिए गए थे। इन 320 मिले वेंटीलेटर्स में 90% से अधिक खराब है जिसका डॉक्टरों को प्रयोग करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा।
उन्होंने कहा कि अगर गुणवत्ता की बात कर रहे हैं तो यह इतनी घटिया है कि हम मरीजों के लिए उपयोग नहीं कर सकते।
इनमें से कुछ वेंटीलेटर्स तो अच्छे से काम ही नहीं कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इस बारे में केंद्र सरकार को जानकारी दे दी गई है फिलहाल इस पर क्या एक्शन आता है यह तो मोदी सरकार ही तय करेगी।
आपको बता दें कि पंजाब में भी ऑक्सीजन संकट की कमी के कारण संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है। ऐसे में खराब और घटिया वेंटीलेटर्स पंजाब को देना उनकी सेहत और जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना है। फिलहाल इस मामले की जांच जारी है।