हिंदू देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित नौ रातों का त्योहार नवरात्रि हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। यह पूरे देश में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दौरान लोग देवी के नौ रूपों की पूजा करते हैं और उन्हें अलग-अलग तरह का भोग लगाते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि किसी माता को किस चीज का भोग लगाएं।
मां शैलपुत्री
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है। उसे सफेद फूल, विशेषकर चमेली और गन्ना बहुत पसंद हैं। गाय के दूध का प्रसाद भी शुभ माना जाता है।
मां ब्रह्मचारिणी
दूसरे अवतार ब्रह्मचारिणी को पीला रंग प्रिय है। उन्हें पीले फूल, गुलदाउदी और केले अर्पित करें। मां के लिए प्रसाद बनाते समय उसमें हल्दी डाल सकते हैं।
मां चंद्रघंटा
तीसरे दिन चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। वह लाल फूल, हिबिस्कस और खीर जैसी मिठाइयां और अनार जैसे लाल फल पसंद करती है।
मां कुष्मांडा
चतुर्थ स्वरूप कुष्मांडा को कद्दू का प्रसाद प्रिय है। उन्हें कद्दू-प्रेमी देवी के रूप में भी जाना जाता है। लाल फूल और मालपुआ भी उन्हें प्रिय हैं।
मां स्कंदमाता
पांचवें अवतार स्कंदमाता को सफेद फूल, गुलाब और केले पसंद हैं। वह चंदन की धूप और गुड़ से बनी सूजी/आटा हलवा की भी शौकीन हैं।
मां कात्यायनी
छठे स्वरूप कात्यायनी को नारंगी रंग प्रिय है। उन्हें नारंगी फूल, गेंदा और शहद अर्पित करें। उनका पसंदीदा भोजन शहद और फल हैं।
मां कालरात्रि
कालरात्रि माता को गहरे रंग के फूल, रात की रानी और तिल पसंद करती हैं। उन्हें काली दाल और गुड़ का प्रसाद भी चढ़ाया जाता है।
मां महागौरी
आठवें स्वरूप महागौरी को सफेद फूल, विशेषकर सफेद कमल और नारियल प्रिय हैं। खीर और बर्फी जैसी सफेद मिठाइयों का प्रसाद उन्हें प्रिय है।
मां सिद्धिदात्री
दुर्गा के नौवें और अंतिम रूप सिद्धिदात्री को पीले फूल, पीले गुलाब और केले जैसे फल पसंद हैं। माता को राजभोग, पीले लड्डू, बर्फी आदि का भोग लगाएं।